शिक्षा

शिक्षा
शिक्षा एक सभ्य समाज के स्वर्णिम भविष्य के लिए सीढ़ियों के पायदान की भांति हैं। स्वतंत्रता के बाद भारत सरकार ने शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए कई कार्य किये किन्तु अभी भी बहुत कुछ करना और हासिल करना शेष हैं। इसके अतिरिक्त, वैश्विक परिप्रेक्ष्य में बदलाव को देखते हुए तथा सततपोषणीय विकास के लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए भारत मे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के स्तर को बढ़ाना अनिवार्य हो गया हैं। सततपोषणीय विकास के लक्ष्यों (4) के तहत समावेशी एवं न्यायसंगत उचित गुणवत्ता की शिक्षा का प्रबंध करना तथा आजीवन सीखने के अवसर प्रदान करना सरकार की जिम्मेदारी हैं। अगम "भारत के भविष्य - बच्चों" के सर्वांगीण विकास के लिए व्यापक तौर पर कार्य करता हैं। हमारा विश्वास हैं कि समग्र रूप से शिक्षित बच्चे अंततः सामाजिक असुरक्षा को समाप्त करने में सफल होंगे।


हमारे उद्देश्य -
1. भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में अगम द्वारा संचालित "शिक्षा केंद्रों" के माध्यम से ग्रामीण बच्चों को उचित गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करना
2. विभिन्न शिक्षा संबंधी योजनाओं के क्रियान्यवन में सरकार की सहायता करना
3. समग्र शिक्षा अभियान के लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु सरकार की मदद करना
4. वर्तमान समय मे संचालित विद्यालयों में शिक्षा के स्तर तथा गुणवत्ता के मूल्यांकन में सरकार की मदद करना
5. भारत में शिक्षा में सुधार की दिशा में रणनीतिक हस्तक्षेप हेतु अनुसंधान आधारित तथ्य प्रस्तुत करना
6. भारत में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए अलग - अलग संस्थाओं (निजी, सरकारी, राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय तथा अन्य) के साथ सहभागिता करना
7. ग्रामीण भारत में कंपनियों को शिक्षा के स्तर और गुणवत्ता में सुधार के लिए अपने CSR निधि के प्रयोग हेतु रणनीतिक सलाह प्रदान करना
हमारे प्रयास
अगम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की पहल – ग्राम शिक्षा एवं सूचना केन्द्र (GSSK)
यह महसूस करते हुए कि शिक्षा मानव विकास के लिए एक शक्तिशाली घटक है और यह कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंगीकृत सततपोषणीय विकास के लक्ष्य (SDG) में शिक्षा एक महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में हैं, हमारा मिशन देश के ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। शिक्षा पर हमारी परियोजना उत्तर प्रदेश से शुरू हुई है और हम अंततः देश के अन्य राज्यों में इस मॉडल को दोहराने की उम्मीद करते हैं। हम गुणवत्ता के साथ समझौता किए बिना बुनियादी शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारा मानना है कि शिक्षा एक सामान्य कड़ी है जो सामाजिक-आर्थिक समस्याओं जैसे कि बेरोजगारी, मानवाधिकार, जनसंख्या नियंत्रण, स्वास्थ्य समस्याएँ आदि के निवारण की क्षमता रखती है। यह एक अच्छी तरह से स्थापित तथ्य है कि शिक्षा एक बेहतर जीवन की शुरुआत होने के साथ-साथ साधन भी है क्योंकि यह न केवल किसी व्यक्ति को अपनी आजीविका कमाने के लिए सशक्त बनाता है, बल्कि यह विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर लोगों को जागरूक भी करता है। यह अंततः मानव संसाधन के स्तर को बढ़ाता है और लोगों को जिम्मेदार नागरिक बनाता है।

अगम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की पहल स्कूल जाने वाले 5 से 16 वर्ष के बीच आयुवर्ग के बच्चों पर केंद्रित है। हम अपने ग्राम शिक्षा और सूचना केंद्र (GSSK) में बहुआयामी गतिविधियाँ जेसे – कम्प्यूटर शिक्षा, अंग्रेजी बोलना, वाद – विवाद, गणित, नैतिक मूल्य इत्यादि सीखाने का प्रयास करते हैं। यह एक सतत परियोजना हैं और इसके ठोस परिणाम सामने आने में वर्षों लगेंगे। हम नियमित रूप से अपने छात्रों का मूल्यांकन करते हैं और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देते हैं जो न केवल भाग लेने वाले बच्चों के प्रदर्शन में सुधार करता है बल्कि रचनात्मक सोच और विचारों को भी विकसित करता है।
हम वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के गाँव बभनियावाँ और दर्जीपुरवाँ में अपने शुभचिंतकों की मदद से दो ग्राम शिक्षा और सुचना केंद्र (GSSK) संचालित कर रहे हैं।