पर्यावरण संरक्षण

पर्यावरण संरक्षण
जलवायु परिवर्तन एक कडवी सच्चाई है। हमारी पृथ्वी हमारे वातावरण में अप्रत्याशित परिवर्तन का सामना कर रही है। ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव अत्यन्त विनाशकारी हैं। भारत और दुनिया के कुछ महानगरों में साँस लेना धूम्रपान की तुलना में अधिक हानिकारक है। दुनिया भर में लोग पानी की कमी का सामना कर रहे हैं। सुरक्षित पेयजल की पहुंच के मामले में कुछ भारतीय शहर सबसे खराब स्थिति में हैं।
इन सभी पर्यावरणीय मुद्दों पर लोगों को तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है। नागरिक समाज संगठन (CSO) के रूप में, अगम ने वैश्विक जल संकट के बारे में जमीनी स्तर पर लोगों को जागरूक करने की पहल की है। अपने दिन-प्रतिदिन के जीवन में व्यक्तियों का व्यवहार परिवर्तन एक मुख्य कारक है जो इस दिशा में अधिक प्रभाव डाल सकता है।
इस दिशा में हमारे उद्देश्यों में निम्न बिन्दु शामिल हैं -
- पर्यावरण और वन्य-जीवन संरक्षण से संबंधित शिक्षा और जागरूकता को बढ़ावा देना तथा प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन विषय पर लोगों को जागरुक करना।
- पर्यावरणीय क्षति को रोकना, पर्यावरण संरक्षण की दिशा में नियमितता लाने के लिए वृक्षारोपण में तेजी लाना।
- शहरी कचरा, औद्योगिक कचरा, अस्पताल का कचरा आदि के कारण होने वाले पर्यावरण प्रदूषण के रोकथाम हेतु क्रांतिकारी कदम उठाना।
- पर्यावरण के लिए हानिकारक कचरे को निपटाने के लिए समुचित व्यवस्था करना।
- उच्च शिक्षण संस्थानों में पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्रों में अनुसंधान स्थापित करना।
- विभिन्न समुदायों और समाज में पर्यावरण संरक्षण के लिए एक स्व-प्रबंधन प्रणाली विकसित करना।
- पौधरोपण और वृक्षारोपण के बड़े कार्यक्रमों का आयोजन करना, ऐसे आयोजन में लोगों की सहायता करना और प्रोत्साहित करना।
हमारे प्रयास
स्वच्छ भारत अभियान
हमारे प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की परिकल्पना के अनुसार, अगम, गाँधी जयंती सहित विभिन्न अवसरों पर नियमित रूप से गाँवों और हमारे अगम केंद्रों के आस-पास के अन्य स्थानों में स्वच्छता अभियान चलाती है। हम इस विषय के बारे में आम लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए दूरस्थ गांवों में जागरूकता शिविरों का आयोजन करते हैं और लोगों को इस विषय के प्रति उनके दृष्टिकोण और व्यवहार में बदलाव लाने के लिए जागरूक करते हैं।
विश्व पर्यावरण दिवस
प्रत्येक वर्ष हम अपने ग्राम शिक्षा और सुचना केंद्र (GSSK) में 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाते हैं। हमारे केंद्र में छात्र गाँवों के लोगों को पर्यावरण, जल और अन्य प्राकृतिक संसाधनों के समुचित उपयोग, अधिक से अधिक पेड़ लगाने, पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों का उपयोग करने, इत्यादि अन्य चीजों के लिए अपने चित्रों, भाषणों और जागरूकता रैली के माध्यम से सामाजिक संदेश देते हैं। विभिन्न प्रतियोगिताएँ जैसे – चित्रकला प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता, नारा लिखो प्रतियोगिता इत्यादि न केवल पर्यावरण के प्रति बच्चों की सोच को बदलते हैं बल्कि बेहतर और जिम्मेदार भावी पीढ़ी निर्माण में भी मदद करते हैं।